कंप्यूटर के पीढ़ियों को लिखे...
अगर बात आती है कंप्यूटर कि तो, Actual में कंप्यूटर कि शुरुआत कब से हुई , उसकी बनावट, गुण, कीमत, स्पीड, साइज़ इत्यादि चीजो में कैसे-कैसे बदलाव कब और कैसे आता गया ? इत्यादि चीजो के बारे में पढना या दर्शाना ही कंप्यूटर की पीढ़ी कहलाता है |
नोट :- मै बता दूँ कि सभी जगह आपको “Computer Generation” का समय अलग-अलग मिलेगा जिसमे कि 1, 2 या 3 वर्षो का अंतर हो सकता है इसलिए आप इस बात से टेंसन न ले कि सभी जगह अलग-अलग क्यों बताया जाता है, ये अनुमानित आकड़ों होते है |
If it comes to generation of computer here, when and how did the computer actually start, when and how did things change in its texture, quality, price, speed, size, etc…
Reading or appearing about things is called the generation of computers.
Let me tell you that you will get different time of computer generation in every place, which can be a difference of 1, 2 or 3 years, so do not worry about why you are told different ways everywhere It is estimated that these figures are…
प्रथम पीढ़ी :- जेसा कि आपने अभी “कंप्यूटर विकास के इतिहास” में देखा था कि पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर “ENIAC” था जों कि जे० पी० एकट और जॉन मोचली के सहयोग से 1946 में तैयार किया गया था | इसके आलावे UNIVAC, EDVAC, EDSAC कंप्यूटर भी इस Generation में शामिल है जों कि इसके बारे में भी आपने पढ़ा था...अगर मै इस पीढ़ी के टाइमिंग कि बात करू तो ये लगभग (1946-1956) तक चला था... जिसे ही First Generation यानी प्रथम पीढ़ी कहा जाता है |
First Generation :- as you saw in “history of computer development”, the first electronic digital computer was “ENIAC” which was built in 1946 in collaboration with JP Eckert and john Mauchly. Apart form this, UNIVAC, EDVAC,EDSAC computer are also included in this generation, which you have also read about it. If I talk about the time of this generation, it lasted (1946-1956) ….. it is called the first generation.
इस पीढ़ी कि गुणवत्ता, लक्ष्ण या विशेताये |
(1) स्विचिंग डिवाइस में वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग होगा |
Use of a vacuum tube in the switching devise.
(2) ये बहुत ही ज्यादा नाजूक , काम विश्वसनिय और देखने में बड़ी होती है |
It was much more delicate, less reliable and larger in appearance.
(3) इसमे बहुत ज्यादा एयर- कंडक्टरो का प्रयोग किया जाता है |
A lot of air-conductors were used in it.
(4) संघ्रहण के लिए मैगनेटिक ड्रम का प्रयोग किया जाता है |
Magnetic drums were used for storage.
(5) इसकी स्पीड बहुत मंद थी |
It speed was very slow.
(6) मशीनी भाषाओं में प्रोग्रामिंग का प्रयोग होना |
Use of programming in machine languages.
(7) ये बहुत ज्यादा खचीला होता था |
It used to be very expensive.
द्वितीय पीढ़ी :- 1956 से “द्वितीय पीढ़ी” कि सुरुआत हुई थी इन सारे कंप्यूटरो में ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया गया था जिसके वजह से कंप्यूटरों में काफी बदलाव देखने को मिला जसे: आकार छोटा होना , स्पीड में मुनाफा होना , ज्यादा विश्वसनिये होना इत्यादि...
ये सब सारी प्रक्रिया सन (1956-1964) तक चला था जिसे ही द्वितीय पीढ़ी कहा जाता है |
second generation :- “Second Generation” was started from 1956; transistors were used in all these computer, due to which computer have seen a lot of changes such as; being smaller, gain in speed, be more reliable, etc…
All their process went on till Sun (1956-1964) which is called second generation.
इस पीढ़ी कि गुणवत्ता , लक्ष्ण या विशेताये :
(1) प्रथम पीढ़ी से कम खचिले
Less expensive than the first generation
(2) प्रथम पीढ़ी से छोटा और रख-रखाव में आसान
Smaller than the first generation and easy to maintain
(3) इसकी स्पीड काफी तेज और विश्वसनिय योग्य
Its speed is quite fast and reliable
(4) वैक्यूम टूयब के बदले ट्रांजिस्टर का प्रयोग
Use of transistors instead of vacube tube
(5) प्रथम पीढ़ी से ज्यादा मजबूत और टिकाऊ
Stronger and durable than the first generation
तृतीय पीढ़ी :- इस पीढ़ी कि शुरुआत 1964 से हो गयी थी जों कि (1964-1973) तक चला था | तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर का वजन बहुत ही कम था और इसके अन्दर IC यानीं “Integrated Circuit” का प्रयोग किया गया था |
Third Generation :- This generation started from 1964 which lasted till (1964-1973). The third generation computer had very little weight and IC was used in it.
इस पीढ़ी कि गुणवत्ता , लक्ष्ण या विशेताये;
(1) बहुत ही छोटे आकार का होना
Being of very small size.
(2) बहुत कम खचीला में तैयार हो जाना
Getting ready at very low cost.
(3) बहुत कम बिजली कि खपत होना
Very low power consumption.
(4) रख-रखाव में काफी आसान होना
Easy to maintain
(5) स्पीड के मुकाबले “प्रथम और द्वितीय पीढ़ी” से काफी तेज होना
To be much faster than “first and second generation” speed
(6) बहुत ही ज्यादा विश्सनीय होना
To be very reliable
(7) सभी पीढ़ियों से ज्यादा मजबूत और तीव्र गति से चलने वाला कंप्यूटर
Stronger and faster running computer than all generations
(8) IC का प्रयोग
Use of IC
चतुर्थ पीढ़ी :- इस पीढ़ी कि सुरुआत सन 1973 से हुई थी जो कि 1982 तक चली जो कि चतुर्थ पीढ़ी में रखा गया है , ऐसे ये अभी भी वर्तमान में चल रहा है...
Fourth Generation :- This generation started from 1973 and lasted till 1982, which has been kept in the fourth generation, such that it is still currently running.
इस पीढ़ी कि गुणवत्ता , आकार या विशेताये;
(1) आकार में तो एकदम छोटा
Very small in size
(2) स्पीड के मामले में काफी तेज
Very fast in terms of speed
(3) रख-रखाव में और भी आसान , जहां चाहो वहा पर ले जाओ
Easier to maintain, take it wherever you want
(4) बहुत कम खचीले में तैयार
Prepared at very low cost
(5) बहुत ही ज्याद विश्वसनिय और टिकाऊ
Very reliable and durable
(6) बहुत ही ज्यादा स्टोरेज कि छमता
Extreme storage capacity
(7) बहुत ही कम बिजली कि खपत
Very low power consumption
(8) Micro Processor का प्रयोग
Use of Micro Processor
पाचवीं पीढ़ी :- 1982 से लेकर अबतक के सभी कंप्यूटर “पाचवीं पीढ़ी” के अंतर्गत आते है इस पीढ़ी के कंप्यूटर अत्यंत छोटे , शक्तिशाली , फ़ास्ट और उच्च तकनीक वाले होते है | इस पीढ़ी वाले कंप्यूटर के कई सारे मोडल तैयार किये गये है जेसे :- डेस्कटॉप कंप्यूटर , लेपटॉप कंप्यूटर इत्यादि |
आजकल तो मोबाइल के साइज़ कि तरह कंप्यूटर आ गया है जिसमे आप कंप्यूटर कि तरह सभी के काम को कर सकते है |
All computers from 1982 to now belongs to the “fifth generation”. This generation of computers is very small, powerful, fast and high tech. Many models of this generation of computers have been designed such as :- Desktop computers, Laptop computers etc.
Nowadays computer has come like the size of mobile in which you can do all kinds of work like a computer.
नोट:- इस पीढ़ी के कंप्यूटर के बारे में मुझे और कुछ बताने कि जरूरत नही है क्यौकि आप अभी वर्तमान में देख सकते है कि कंप्यूटर के मदद से हम क्या-क्या कर सकते है..
There is no need to tell me more about this generation of computers because you can see at present what we can do with the help of computers…
कंप्यूटर के प्रकार को समझाये
उत्तर :- कंप्यूटर को मुख्यत: तीन भागो में बाँटा गया है जों कि उसके आकार , उदेश्य और अनुप्रयोग पर निर्भर करता है...
(1) आकार के आधार पर
(a) सुपर कंप्यूटर (Super Computer)
(b) मिनी कंप्यूटर (Mini Computer)
(c) मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)
(d) माइक्रो कंप्यूटर( Micro Computer)
(2) उदेश्य के आधार पर
(a) सामान्य उदेशीय कंप्यूटर (General Purpose Computer)
(b) विशिष्ट उदेशीय कंप्यूटर (Specific Purpose Computer)
(3) अनुप्रयोग के आधार पर
(a) एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer)
(b) डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computer)
(c) हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer)
8 टिप्पणियाँ
hii sir
जवाब देंहटाएंstrong fact
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएंJan kar achha lga sir
जवाब देंहटाएंSUPER SIR
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएं😲😲😲😲😲😲
जवाब देंहटाएंsuper artical
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