Web Browser
What is web browser and examples, वेब ब्राउज़र (web browser) से क्या समझते हो, Types of web browser, how many types of web browsers are there, History of web browser,
अब हमलोग जानेंगे की web browser क्या होता है , कैसे काम करता
है , web browser का निर्माण कैसे हुआ तो इसके बारे में जानने
वाले है |
Web Browser एक ऐसा software programming है , जो
users को internet से information ढूंढने में मदद करता है | web
browser वो जरिया है, जो WWW में मौजूद websites में मिलने
वाली किसी भी तरह की जानकारी जैसे की Article, Emases,
Videos, Photos, News, Music इत्यादि | चीजो को Access
करने की अनुमति देता है आज हम internet का इस्तेमाल कर जो कुछ
पढ़ते या search करते है, वो सभी website के web पेजेज में मौजूद
होता है, और computer की भाषा में HTML लिखा जाता है | जिसे
Hyper Text Markup Language कहा जाता है, इसके code को
लिख कर web page बनाया रहता है | HTML का उपयोग
website के pages को designing किया जाता है | जब हम web
browser के address bar पर कोई सवाल लिख कर search करते है
तो ये software हमे अनगिनत web pages में से हमारे devise के
screen पर दिखा देता है | उसके बाद हमे जानकारी मिल जाती है |
web browser हर computer devise में Install रहता है | जब
हमारा devise internet से जुड़ता है | तब ये web browser कार्य
करना शुरू करता है, internet और web browser एक – दूसरे से
जुड़े हुए है | बिना internet के ना हम web browser का इस्तेमाल
कर सकते है | और ना ही बिना web browser के internet काम आ
सकते है | और अब हम जानेंगे की web browser history क्या है
web browser शब्द से ही इसके बारे में जान सकते है | web का
मतलब होता है जाल जिसे computer में internet का नाम दिया
गया है | और Browser का मतलब होता है | ढूँढना इस शब्द का पूरा
मतलब होता है internet की दुनिया में जाकर किसी विषय के बारे में
ढूँढना दुनिया में किसी भी कोने में रहे लोगो को हर चीजो का
knowledge मिले इसके लिए web browser बनाया गया है, web
browser computer में तब से मौजूद है | जब से internet का
अविष्कार हुआ है, सन 1990 में जब Tim Berners Lee ने
computer पर information को share करने के तरीके पर काम कर
रहे थे तब उन्होंने इस कार्य को Hyper Link के द्वारा आसान कर
दिया Hyper Link HTML Languages की एक command होती
है, जिसका इस्तेमाल web pages में लिखी हुई Text का वह भाग
होता है | जिसमे अन्य page का पता दिया होता है | उस Link पर
click करने पर browser हमें दूसरे web page पर ले जाते है, Tim
Berners Lee ने computer पर मौजूद data या information को
दूसरे computer पर पाने के लिए HTML Languages का निर्माण
किया था | HTML को special commands में लिखा जाता है | जो
दूसरे programming भाषाओं से बिलकुल अलग और आसान होता है
इन special commands को HTML Tags नाम से जाना जाता
है | इन Text का उपयोग कर web page बनाया जाता है | लेकिन
समस्या ये थी की इन text को हर कोई नहीं समझ सकता था | इसलिए
उन्होंने एक ऐसा software बनाया जो HTML Text को पढ़ कर
user के सामने योग्य भाषा में information दिखा सके इस
software को “Browser” का नाम दिया गया जिसे web browser
भी कहा जाता है दुनिया के पहले web browser का नाम World
Wide Web था जिसे बाद में बदल कर Nexus कर दिया गया था |
सन 1993 में Mosaic नाम का एक नया web browser Marc
Andreessen और उनके Tim द्वारा बनाया गया था | ये उस समय
का पहला ऐसा browser था जो text और image को एक साथ
devise screen पर दिखा सकता था | इस नई futures से mosaic
web browser का इस्तेमाल दुनिया भर के लोगो ने शुरू कर दिया
था उसके अगले ही साल 1994 में Marc Andreessen ने mosaic
पर आधारित खुद से ही एक और web browser बनाया था |
जिसका नाम उन्होंने Netscape Navigator दिया था | इस
Browser की Lunch होने के बाद यह दुनिया भर की 90%
Internet users के devises में पहुँच चूका था | 1995 में
Netscape Navigator ने browser को टक्कर देने के लिए
Microsoft computer ने internet Experor नाम का एक web
browser Lunch किया जो windows 95 operating system के
साथ ही मुफ्त में ही उपलब्ध कराया गया था | मुफ्त में internet
user को internet Experor की सुविधा मिल रही थी इसलिए
Netscape ने Navigator को पैसे देकर इस्तेमाल करने की गलती
किसी ने नहीं की इसलिए Netscape Navigator web browser
दुनिया से चल गया उसके बाद धिरे – धिरे कई सारे web browser
नए futures के साथ बनाए गए जैसे – Mozilla, Google chrome,
safari, Opera, UC Browser इत्यादि | इन सभी web browser
ने लोगो की devises में अपनी खास जगह बनाई है | इन web
browser जिसमे छोटे – छोटे अंतर है लेकिन इन सभी का काम
internet sharfing करना है | एक computer और mobile
devises में एक से ज्यादा web browser का इस्तेमाल किया जा
सकता है |
और अब जानते है,की web browser काम कैसे करता है | (How
does web browser work ) web browser salient server
model पर काम करता है | जब हम कोई जानकारी internet पर
search करते है | तब browser उस जानकारी को दिखने के लिए ये
websites का वो लिस्ट तैयार करता है, जिसमे users के द्वारा पूछे
गए जानकारी उपलब्ध रहती है | जब user उस List में से किसी एक
website के उपर click करता है, तो browser उस website के
server से connect करके फिर request File को लाकर users के
devise screen पर दिखा देता है | यहाँ users का devise salient
के रूप में काम करता है | जो जानकारी पहुचाने में मदद करता है |
web browser internet पर मौजूद सभी तरह के data computer
की भाषा में लिखी हुई रहती है | जिसे HTML कहते है | HTML
भाषा को web browser आसानी से समझ लेता है | और इस भाषा
को Translate करता है और users द्वारा Request data को
screen पर ला देता है | ताकि internet user आसानी से content
को पढ़ सके | internet से data को लाने के लिए अलग – अलग
प्रकार के रुल का पालन करना पढता है | इन रुल को protocol कहा
जाता है | HTML में http का इस्तेमाल किया जाता है | जो browser
को server के साथ communication करने में मदद करता है |
HTTP web servers को बताता है | की कैसे web page के
content को format कर user तक पहुचाना है | htttp की मदद से
salient और servers को एक दूसरे से जुड़ने की अनुमति मिलते है |
internet पर मौजूद जितने भी browser है | जो websites और
web pages को अपने पास रखता है | वो सभी http protocol को
support करते है |
4 टिप्पणियाँ
super artical
जवाब देंहटाएंsupper
जवाब देंहटाएंEasa article kabhi nahi padha hai mene
जवाब देंहटाएंnice web browser
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