technical shidhant

इन्टरनेट क्या है - what is internet in Hindi | (Latest Version) 2022

इन्टरनेट क्या है - what is internet in Hindi | (Latest Version) 2022 → Technical shidhant

आजकल के समय में हर कोई Internet का use करते है लेकिन क्या आप इन्टरनेट के बारे में जानते है, की Internet क्या होता है, इन्टरनेट कैसे चलता है इसका निर्माण किसने किया था |
Internet का use किस लिए किया जाता है इस सब के बारे में जानने के लिए बने रहिए हमारे वेबसाइट Techexpertcomputer.blogspot.com पर 
इन्टरनेट क्या है - what is internet in Hindi | (Latest Version) 2022.

जी है दोस्तों आज हम बात करने वाले है Internet के बारे में Internet के बारे में जानने के लिए बने रहिए हमारे इस ब्लॉग पर तो चलिए शुरू करते है |
इन्टरनेट क्या है - what is internet in Hindi | (Latest Version) 2022 

Q. इंटरनेट क्या है (what is a Internet) → 

 internet  का पूरा नाम ‘’international  Network’’  होता है आप इसे हिंदी में भुजाल या ‘’अंतर-जालक्रम’’ भी खकह सकते है, इसे वर्ष 1969 में विंट फर्क और उनके अन्य साथी ने सुरु किया था, इन्हें इंटरनेट का पिता भी कहा जाता है,


इन्टरनेट क्या है - what is internet in Hindi | (Latest Version) 2022

       मै आपके बता दूँ की इंटरनेट नेटवरको का नेटवर्क है, जिसमें की सरकारी और प्राइवेट लोकल से लेकर ग्लोबल स्कोप वाले नेटवर्क होते हैं |

v        अब आपके मन ये confusion  हो रहा होगा की नेटवर्क क्या होता है तो’’नेटवर्क’’ दो या दो से अधिक कंप्यूटर सिस्टम को आपस में जोरकार बनाया गया एक समूह होता है........

                                          Confusion

Internet  दो शब्दों से मिलकर बना है, एक inter और दूसरा Net. ये एक short Name हैं, इसके पूरा नाम inter यानी international और Net यानी network  होता है, इसलिए तो इसे’’international Network’’ कहा जाता है......

 

 

v   Q. इंटरनेट का इतिहास (history of internet ) → 

 इंटरनेट की शुरआत सबसे पहले अमेरिका के रक्षा विभाग में हुआ था| शुरू में इंटरनेट का इस्तेमाल गुत्र सुचना को एक कंप्यूटर में भेजना के लिए किया जाता था और वर्ष 1969 में ARPANET यीनी (Advanced Research Projects Agency  Network ) नामक एक नेटवर्क को विकसित किया गया और 1970 के दशक में इसको कई देशो के कंप्यूटर से जोर दिया गया, जिसके बाद इसके’’ARPANET’’ से internet नाम रख दिया गया|



v       ’’इंटरनेट’’ का इस्तेमाल शुरूआती में प्राइवेट नेट नेटवर्क की तरह किया गया और बाद में जैसे-जैसे इसमे बदलाव आता गया वैसे-वैसे इसको प्राइवेट से सावर्जनिक कर दिया गया और अभी आप वतर्मान में देख पा रहे हैं, की इंटरनेट सबके लिए है, इंटरनेट का इस्तेमाल हर एक नागरिक कर सकते है,|

v      वर्ष1970 में सवर्प्रथम इंटरनेट की शुरुआत’ Vinton Gray और Bob Kanh’ के द्वारा की गई थी, एन दोना ने मिलकर’’इंटरनेट’’ का आविष्कार किया, इसलिए इन्हें इंटरनेट का पिता भी  कहा जाता है,

                                            Confusion

 में आपको बात दूँ की इंटरनेट को किसी एक व्यत्ति  ने नहीं बनाय था, मगर हाँ जिन लोगो ने सबसे पहले इसपर कम किया उनको ही इंटरनेट का पिता माना गया.....   

 

Q. भारत में इंटरनेट का इतिहास बतायें →

 भारत में इंटरनेट का इतिहास कुछ समय बाद से शुरू हुआ था | सर्वप्रथम नेशनल कंपनी ने भारत में इंटरनेट की शुरुआत किया उसके बाद धीरे – धीरे इंटरनेट की वजह से कई सारे बदलाव भी आने लगें .....

1.    सबसे पहले इंटरनेट की सुविधा बड़े – बड़े शहरो में शुरू किया गया

2.    उसके बाद 1996 में एक इमेल साईट बनी जिसका नाम Rediff mail रखा गया

3.    भारत में इंटरनेट सेवा का आरंभ 15 अगस्त 1995 में किया गया था

4.    भारत का सबसे पहला वेबसाइट जो की naukari.com है

5.    भारत में सबसे पहले कैफे 1996 (मुंबई) में खोला गया जहा पर इंटरनेट इस्तेमाल करने की सुविधा दी गई

6.    1999 में’’Webdunia’’ के नाम वेबासाइट बनी जो की हिंदी में था और 2000 के दशक में इंडिया याहू और अमेजन इंडिया जैसी वैबसाइट बनी और आप अभी देख सकते हैं, की इंडिया के अंदर कितना सारे वेबसाइट बन चुके है जिसकी कोई गिनती भी नहीं है |

                                        Confusion

साइबर कैफे- एक ऐसा स्थान जहाँ पर इंटरनेट की सुविध दी जाती है |

Q. इंटरनेट से क्या-क्या लाभ है → 

 इंटरनेट के लाभ निम्न हाँ जैसे—

1.    इंटरनेट के जरिये हम आसानी से किसी दुसरे व्यक्ति के साथ संपर्क बना सकते है

2.    इंटरनेट के जरीय हम कोई भी देश के किसी भी व्यक्ति से बात कर सकते है|

3.    इंटरनेट के जरीय हम घर बैठे ही दूनियाँ में घट रही किसी भी तरह की घटनाओं को आसनी से पढ़ या लाइव उसकी प्रसारण देख सकते है

4.    इंटरनेट के जरीय हम घर बैठे अपनी पढाई पूरी कर सकते हैं|

5.    इंटरनेट के माध्यम से कंपनियां अपनी प्रचार-प्रासार  भी कर सकते हैं|

6.    इंटरनेट के जरीय हम अपने पैसा की लेन देन आसानी और सुरक्षित तरीके से कर सकते हैं|

7.    हम अपनी किसी भी तरह की समस्याओं का समाधान इंटरनेट के माध्यम से पा सकते है

8.    हम इंटरनेट पर अपना बिज़नेस भी कर सकते है और ऑनलाइन पैसे कामसकते है |

9.    इंटरनेट के जरिये ऑनलाइन परीक्ष| भी ली जाती है |

10.      इंटरनेट की मदद से हम ऑनलाइन शोपिंग भी कर सकते है |    

Note → धूमा –फिर के बोल तो इंटरनेट के – जरिये हम कई तरह के और भी कार्य कर सकते हैं, जो की आप अच्छी तरह से जानते हैं, मुझे इसके बारे में बताने की कोई जरूरत नहीं हैं|

Q. इंटरनेट से क्या-क्या हानियाँ होती है → 

जहाँ तक इंटरनेट से कुछ फायदे होता हैं तो कुछ हानियाँ भी होता है जो की आपके निचे बताया गया है.

1.    अग़र आप अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन में इंटरनेट चलते है तो इससे वायरस आने की काफी संभावना होता हैं|

2.    इंटरनेट पर भेजी गयी किसी भी तरह की सुचनाओं को आसानी से चुराया जा सकते है अगर इसपर थोरा ध्यान ना दिया जाए

3.    इंटरनेट कई सारे जानकारियाँ ऐसा भी होता है जो की गलत और भरकाऊ होता है | 

4.    हैकर लोग आपके डेबिट या केडिट कार्ड की कुछ जानकारियां को चुराकर उसे गलत तरीका से इस्तेमाल कर सकते हैं.

5.    अगर आप इंटरनेट पर अपनी किसी भी तरह के डॉक्यूमेंट  को शेयर करते है| तो लोग उसे गलत तरीका  से इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे आपके काफी दिक्कतों को सामना करना पर सकता है |

6.    आजकल इंटरनेट के जरीय लोग Game खेलने में आदि हो गायें है जिससे की उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पर सकता है | 

7.    इंटरनेट के जरीय आपके फोन से फोटो को चुराया जा सकता हैं और उसको गलत तरीका से प्रयोग किया जा सकता है |

               👈  Internet Course 👉

         

   Q. इंट्रानेट (internet ) क्या होता हैं → 

 किसी एक संगठन के भीतर प्राइवेट कंप्यूटर नेटवर्को का समूह ही’’इंट्रानेट’’ कहलाता हैं|

1.    1.       यह एक प्रकार का प्राईवेट नेटवर्क होता हैं | जिसका उपयोग विशेष रूप से किसी कॉलेज, स्कुल या किसी बरे कंपनी में प्रयोग किया जाता है जिसे हमलोग LAN (Local  Area Network ) भी कहाते हैं |

2. 2.      ‘’इंटरनेट’’ को है किया जा सकता है मगर’’इंटरनेट’’ को नहीं , क्योकि ये पूरी तरह से सुरक्षित नेटवर्क होता है, इसको हैक करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है | मैं आपको बता दूँ की इसको Access करने के लिए सबसे पहले User name and password माँगा जाता है यह इंटरनेट की तरह ही काम करता है मगर उसको सभी लोग यूज नाही कर सकते है.

Q. एक्सट्रानेट (Extranet) क्या होता है → 

 में आप को बता दू की एक्सट्रानेट, इंटरनेट का ही एक भाग है | जब कोई व्यक्ति इंटरनेट के द्वारा इंटरनेट में Access करता है तो इस Access करने की जो प्रक्रिया होती है, उसे ही एक्सट्रानेट बोला जाता है अर्थात जब कोई व्यक्ति इंटरनेट का इस्तेमाल करता है और वह अपनी जानकारी को अपने नेटवर्क क्षेत्र के बहर प्रदान करना चाहता है तो उसे बहरी व्यक्ति को एक User Id and password देकर इंटरनेट के द्वारा डाटा आ आदान – प्रदान करना होता है |       

        आपकी जीत में ही मेरी जीत है, दिलावर कुमार 

Q इंटरनेट, इंट्रानेट और एक्स्ट्रानेट में  अंतर बतायें →

 इंटरनेट, इंट्रानेट और एक्स्ट्रानेट में निम्नलिखित अंतर हैं__

इंटरनेट(internet)              

 इंट्रानेट (Intranet )                    

एक्स्ट्रानेट (Extranet )

इंटरनेट का इस्तेमाल कोई भी व्यत्ति कर सकता है|

इंट्रानेट को शिर्फ़ एक संस्था ही चला सकता है|

एक्सट्रानेट को एक से ज्यादा संस्था चला सकता है|

इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए न User Name की जरूरत परती है | और ना ही Password की|

जबकि इंट्रानेट का इस्तेमाल करने के लिए User Name और पासवर्ड की जरूरत परती है|  

एक्सट्रानेट का भी इस्तेमाल करने के लिए एक User Name और password की जरूरत पड़ती है |

अग़र आप इंटरनेट का इस्तेमाल  करते है तो इसकी Security आपके दिवाइस पर निभर करेगा | अगर आपके दिवाइस में वों Security है तो ठीक है वरना आपको समस्या हो सकती है |  

                               इसकी Security Firewall निरभर करती है |

                       इसकी Security इंटरनेट एक्सट्रानेट के Firewall पर निरभर करती है|

इंटरनेट को पबिलक नेटवर्क कहा जाता है|

लेकिन इंट्रानेट एक प्राइवेट नेटवर्क होता है|

एक्सट्रानेट भी प्राइवेट नेटवर्क है जो की पब्लिक नेटवर्क की सहायता से डाटा को आदान – प्रदान करता है |

 

Note →  Firewall एक नेटवर्क Security System हिता है जो Incoming और Outgoing नेटवर्क टैफिक को मोनिटर करता है और कंट्रोल करता है.

Q. What is Network (नेटवर्क क्या होता है)

दो या दो से अधिक कंप्यूटर सिस्टम को आपस में Connect करना group बनाना  Network कहलाता है |

. Internet दो शब्दों से मिलकर बना है एक inter और दुसरा net. ये एक short name हैइसका पूरा नाम inter यानि international and net यानि network होता हैइसलिए तो इसे international network कहा जाता है ...........

 


Q. इन्टरनेट कनेक्शन (Internet Connection) क्या होता है

हमलोगों को Internet का Use करने के लिए सबसे पहले हमें इन्टरनेट कनेक्शन की जरूरत होती है और इन्टरनेट कनेक्शन कई तरह के होते हैं, अब ये “बैंडविड्थ और इसकी कीमत” इं दो घटकों पर निर्भर करती है कई आप कौन-से internet कनेक्शन को लेना चाहते हैं |

Q. Internet कनेक्शन के प्रकार

Internet के मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं →

1.    डायल-उप कनेक्शन (Dial-Up-Connection) →

इस तरह क कनेक्शन पहले के जमाने में लिया जाता था क्योंकि ये टेलीफ़ोन लाइनों की सहायता से इन्टरनेट से जुड़ने का एक मात्र साधन था |

जब भी कोई यूजर Dial-Up-Connection को चलाता है, तो सबसे पहले मॉडेम Internet Service Provider (ISP) का फोन नंबर डायल करता है जिसे Dial-Up कॉल को प्राप्त करने के लिए तैयार किया गया है और फिर ISP कनेक्शन स्थापित करता है जो कई सामान्य रूप से 10 Second लगते हैं |

बता दूँ की ISP उन कंपनियों के लिए प्रयोग किया जाता है जो की यूजर को Internet कनेक्शन प्रदान करते हैं जैसे → Airtel, Vodaphone, Jio, आदि |

2.    Broad-Band-Connection

   “Broad-Band” का इस्तेमाल हाई स्पीड Internet Access करने के लिए सामान्य रूप से किया जाता है | “Broad-BandInternet से जुड़ने के लिए टेलीफ़ोन लाइनों का इस्तेमाल करता है |

Broad-Band” यूजर्स को Dial-Up-Connection से तीव्र गति पर Internet से जुड़ने की सुविधा प्रदान करता है |

आपलोगों को कुछ उदाहरण के तौर पर बताया जा रहा है जो कई Broad-Band में विभिन्न प्रकार की High-Speed Technology सामिल हैं |

·      DSL (Digital-Subscriber-Line) →

DSL एक ऐसा कनेक्शन है जिसमें Internet Access Digital डेटा को लोकल टेलीफोन Network के तारों द्वारा संचारित किया जाता है | यह एक Dial-Up सेवा की तरह ही है मगर ये उससे तेज गति से कार्य करता करता है | इसके लिए DSL मॉडेम की आवश्यकता होती है जिससे टेलीफोन लाइन तथा computer को जोड़ा जाता है 

·      केबल मॉडेम (Cable Modem)

 इसके माध्यम से केबल के द्वारा Internet की सुविधाएँ प्राप्त कर सकते हैं |

·      ऑप्टिकल फाइफर (Optical Fiber) →

  ऑप्टिकल फाइफर एक ऐसी पतली तार होती हैं जिससे लाइट का इस्तेमाल करके डेटा ट्रांसफर बहुत ही तीव्र गति से किया जाता है |

ऑप्टिकल फाइफर में लाइट का संचार होता है, लाइट का इस्तेमाल करके इसकी स्पीड को तेज किया जाता है | ऑप्टिकल फाइफरपतले कॉंच या प्लास्टिक से बनी एक तार होती है, जिससे लाइट के रूप में जानकारी प्रवाह होता है |

Q. TCP किसे कहते हैं

TCP का पूरा नाम Transmission control Protocol होता है इसका कार्य बस यही होता की जब हम अपने कंप्यूटर, मोबाइल या अन्य डिवाइस की मदद से Internet पर कोई data अपलोड या Download करते हैं तो इसप्रक्रिया को पूरा कण्ट्रोल “TCP” ही करता है |

दोस्तों जब हम Internet पर कोई भी data को Upload या Download करते हैं तो किसी कारण वश हम उसे आधे पर रोक देते हैं और कुछ समय बाद हम वहीँ से downloading या uploading चालु कर देते है तो हमने जब Downloading की प्रक्रिया किसी कारणवश रोक दिया था तो उस प्रक्रिया को TCP के माध्यम से रोका था | जब हम बीच में ही Downloading या Uploading का काम रोक देते हैं तो कुछ डाटा Upload या Download हो जाता है जो की पुन: वही से शुरू हो जाता है, तो ये सब TCP का ही काम होता है |

Q. IP Address (Internet Protocol Address) क्या होता है →

जब हमलोग Internet पर कुछ भी सर्च करते हैं तो IP Address के द्वारा ही Router को पता चलता है की उसको data एकत्रित करके कहाँ पर भेजना है, और जो Router होता है वो हमारे data को सर्च करके हमारे IP Address तक भेजने का कार्य करता है |

इसलिए IP Address काफी बड़ा और अंक में होता है जिसके याद रखना काफी मुश्किल होता है है इसलिए इसको चार भागों में बाटा गया है ताकि जल्दी से याद हो जाता है जो की 0 से 255 के बीच में होता है |

IP Address के प्रकार →

1.     Private IP Address

2.     Public IP Address

1.    Private IP Address

 जब दो या दो से अधिक कंप्यूटर सिस्टम अथवा device cable या Wireless नेटवर्किंग की सहायता से आपस में Connect होते हुए एक प्राइवेट प्रदान किया जाता है तो इस प्राइवेट नेटवर्क से जुड़े हुए सभी computer system अथवा device के IP Address को Private IP Address कहते हैं,

 

2.     Public IP Address

 Public IP Address Internet Service Provider के द्वारा प्रदान किया जाता है | जिसके माध्यम से आपके Device को बाहर की Internet की दुनिया में पहचान मिलती है |

Public IP Address के प्रकार

इसके दो प्रकार होते है

a)    Static IP Address

b)   Dynamic IP Address

a)    Static IP Address →

ये एक ऐसा IP Address होता है जो हमारे Device या Computer में परमानेंट के लिए होता है जिसे हमलोग बदल नहीं सकते हैं,

b)   Dynamic IP Address

इस तरह का IP Address हमेशा बदलते रहता है

IP Address के कितने Version होते हैं  →

IP Address के मुख्यतः दो Version होते है

a)    IPV4 (Internet Protocol Version4) →

23:242:212:23 (IPV4 में इस तरह का IP Address होता है, जो कई चार भागों में होता है)

b)   IPV6 (Internet Protocol Version6) →

2408:4864:491 :a8b9:c27a:e69f:3df:ef72 (IPV6 में इस तरह का IP Address होता है)

IPV4 Old Version जबकि IPV6 अपग्रेड किया हुआ New Version है | IPV4 कम IP Address प्रदान करता था जो की आज जनसंख्या के अनुसार कम है इसलिए IPV6 लाया गया ये ज्यादा नया-नया IP Address प्रदान करता है की अगर एक व्यक्ति 1 लाख भी Device Use करे फिर भी IP Address ख़त्म नहीं होगा.

आप अपना IP Address देखने के लिए Google पर Search करें “my ip address” आपका ip address दिख जाएगा |

मुझे आशा है की इसके बाद IP Address के कोई और नयी Version नहीं आयेगी ये IPV6 इतना ज्यादा IP Address प्रदान कर रहा है की अब कोई IP Address की जरूरत नहीं है.

Q. FTP क्या होता है

FTP का full form होता है File Transfer Protocol इसका उपयोग एक computer से दुसरे computer के बीच File Transfer करने के लिए किया जाता है | FTP एक प्रकार का Protocol है जो की दो सिस्टमों के बीच फाइलों को आदान-प्रदान के लिए कुछ नियमों को यह निर्धारित करता है |

ये FTP Protocol बहुत ही पुराना Protocol है और आज भी इसका उपयोग हो रहा है ये Tool उन लोग Use करते है हैं जो Website पर काम करते हैं |

जब कोई Web developer Website बनाता है तो उस Website के Files को Server पर Upload करना होता है और इस काम के लिए FTP का उपयोग किया जाता है जो की बड़े-बड़े फाइलों को Server पर Upload, Download, Rename, Delete Copy और Move इत्यादि करने में मदद करता है.

Q. Laptop या Desktop Computer में Internet कैसे चलाते हैं

Laptop या Computer में Internet चलाने के कई साधन हैं, मैं आपको बारी-बारी से सभी साधन के बारे में बताऊंगा |

अगर आपके Laptop या Desktop Computer में Wi-Fi System है तब आप आसानी से Internet का इस्तेमाल कर सकते हैं और अगर आपके Laptop या Computer में Wi-Fi System नहीं है फिर भी आप Wi-Fi का Use कर सकते हैं |

Q. अगर आपके Laptop या Desktop Computer में Wi-Fi दिया हुआ है तो

सबसे पहले आप अपने Laptop या Desktop Computer में Wi-Fi On करें उसके बाद अपने Mobile या अलग से खरीदी गयी Wireless Router में Hotpot On करें और उसके बाद उसपर Click करके Connect कर लें.

Q.अगर आपके Laptop या Desktop Computer में Wi-Fi नहीं है तब क्या करें

अगर आपके Laptop या Desktop Computer में Wi-Fi System नहीं है तब आपको अलग से एक Wi-Fi Dongle खरीदना पड़ेगा और उसको Laptop या Desktop में लगाना होगा साथ ही उसके साथ CD भी देगा उसको अपने Computer या Laptop में डालकर Install करना होगा, उसके बाद आप Mobile या अलग से खरीदी गई Wireless Router में Hotpot On करके Internet चला सकते हैं |

आप इन दोनों में से किसी एक का इस्तेमाल कर सकते हैं

(a) USB Cable के द्वारा भी आप Internet का इस्तेमाल कर सकते हैं

इस Cable को आपको एक साइड Mobile और एक साइड Computer या Laptop में Connect करना है उसके बाद आपको Mobile में Internet On करना है फिर Mobile में ये सब करना होगा.

Step (1) Go To Setting

Step (2) Then Click Protable Hotpot

Stop (3) Then, “On” Portable Hotspot

इतना करते ही आपका Laptop या Desktop Computer में इन्टरनेट Connect हो जायेगा.

(b) जब आप Modem के जरिये भी Laptop या Desktop Computer में Internet चला सकते हैं

जब आप इसको Laptop या Desktop Computer लगायेंगे तो सबसे पहले ये अपना एक Drive Install करेगा तब ये Connect होगा.

इसके अन्दर आपको एक Sim Card लगाना पड़ेगा जिसमें की Internet पैक हो.

Q. Wi-Fi क्या होता है

Wi-Fi का Full Form Wireless Fidelity होता है जो कि एक Wireless Network तकनीक है | यह Mobile, Computer तथा अन्य Devices को Wireless Signal से जोड़ती है, जो की बिना Wire Cable के हमारे Device में आसानी से Connect हो जाता है |

Wi-Fi का एक निर्धारित Area होता है जो उतनी ही दुरी तक कोई भी Device को Connect कर सकता है |

Q. Hotspot क्या होता है

Hotspot एक ऐसा साधन है जिसके जरिये आप एक Device से दुसरे Device में Internet Connect कर सकते हैं | आज के समय में सभी Mobile Phone में Hotspot दिया जाता है जो की Internet Transfer करने की बहुत अच्छा साधन है.



Q. Modem क्या होता है

Modem एक ऐसा Input Device जो Digital Signal को Analog Signal और Analog Signal को Digital Signal में परिवर्तित करता है जिसके जरिए हम अपने Computer में आसानी से Internet चला सकते है |



Modem दो शब्दों से मिलकर बना है

MO → Modulator Digital Signal को Analog Signal में परिवर्तित करना

Dem Demodulator Analog Signal को Digital Signal में परिवर्तित करना

इन्टरनेट क्या है - what is internet in Hindi | (Latest Version) 2022. 

I Hope की ये Internet का आर्टिकल आपलोगों को बहुत  पसंद आया होगा अगर आपलोगों को ये आर्टिकल पसंद आया होगा तो आप हमे Comment करके बताये की कैसा लगा ये आर्टिकल 

और वैसे Student को share कीजिए जो कंप्यूटर सिखने में इंटरेस्ट रखते है ताकि उसे भी इस इन्टरनेट के बारे में पता चल जाए की Internet क्या होता है, ये कैसे काम करता है इसका निर्माण कब क्या गया था |

तो इस आर्टिकल में बस इतना ही मिलते है एक और Computer से रिलेटेड Content लेकर जो आप के काम का हो . 


एक टिप्पणी भेजें

8 टिप्पणियाँ